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Army shayari - आर्मी शायरी। Army ke liye hindi shayari ।

 Army shayari 



देखकर दर्द किसी का जो आह निकल जाती है,

बस इतनी से बात आदमी को इंसान बनाती है ।


ताल्लुक़ कौन रखता है किसी नाकाम से लेकिन,

मिले जो कामयाबी सारे रिश्ते बोल पड़ते हैं,

मेरी खूबी पे रहते हैं यहां, अहल-ए-ज़बां ख़ामोश,

मेरे ऐबों पे चर्चा हो तो, गूंगे बोल पड़ते हैं।


  
Army shayari
Army shayari



अगर अपनी माँ का दूध पिया है

क्यों नहीं युद्ध के मैदान में आता है

जो छिप कर वार करे हम पर

वह कायर गीदड़ कहलाता है ।।



ये मंजिलें बड़ी जिद्दी होती हैं, हासिल कहां नसीब से होती हैं।

मगर वहां तूफान भी हार जाते हैं, जहां कश्तियां जिद्द पे होती हैं।।


वो मस्जिद की खीर भी खाता है और मंदिर का लड्डू भी खाता है ,

वो भूखा है साहब इसे मजहब कहाँ समझ आता है।


Love with army


हदे शहर से निकली तो गाँव गाँव चली,

कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली,

सफ़र जो धुप का हुआ तो तजुर्बा हुआ,

वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।



बॅाडर पे क्या खुब कहा हमारे एक जवान ने

पाकिस्तानी जवान को,

खुशनसीब हो तुम जो शेरों का शिकार करते हो,

हमे तो रोज कुते मारने पडते है ।।



सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से,

ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से.


जय हिन्द


Army shayari in hindi


सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,

वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं.


जय हिन्द


मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं,ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है देश के उन वीर जवानों को सलाम


जय हिन्द


सर्दी मास्टर और लैक्चरों के लिए बढ़ी सहाब ,

खेत में किसान और सीमा पर जवान तो आज भी वही है 

जय हिन्द


वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की ,

तोड़ता है दीवार नफरत की ,

मेरी खुश नसीबी है मिली जिंदगी इस चमन में ,

भुला ना सके कोई इसकी खुशबू सातों जन्मों में ।।


जहर पिलाकर मजहब का, 

इन कश्मीरी परवानों को,

भय और लालच दिखलाकर 

तुम भेज रहे नादानों को,

खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है 

खुली हुई शैतानी है,

सारी दुनिया जान चुकी ये 

हरकत पाकिस्तानी है ।।




चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,

शहीदों के #दिल में थी वो ज्वाला याद करले,

जिसमे बहकर आज़ादी पहुची थी किनारे पे,

देशभक्तों के खून की वो धरा याद कर लें ।।


न झुकने दिया #तिरंगे को 

न युद्ध कभी ये हारे हैं

भारत माता तेरे वीरों ने 

#दुश्मन चुन चुन कर मारे हैं ।।


हर पल हम सच्चे भारतीय बनकर 

देश के प्रति अपना फर्ज निभायेंगे.

जरूरत पड़ी तो लहू का एक-एक कतरा देकर 

इस धरती का कर्ज चुकायेंगे ।।


मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,

है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं,

उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो,

मौत के साए में जो जिए जाते हैं ।।



जिनके होठों पे हंसी, 

और पांव में छाले होंगे। 

हां वही लोग मेरे 

वतन के चाहने वाले होंगे ।।



हर वक़्त मेरी आँखों में देशप्रेम का स्वप्न हो,

जब कभी भी मृत्यु आये तो तिरंगा मेरा कफन हो,

और कोई ख़्वाहिश नही ज़िन्दगी में,

जब कभी जन्म लू तो भारत मेरा वतन हो।



सरहद से जब तू वापस आए,

तो उम्र भर कहीं न जाए,

हम दोनों के दिल की बात जो रह गई अधूरी,

उन बातों को हम इक-दूजे को बताए।



खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,

मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,

करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,

तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है।


ऊन दो आँखों के आगे समंदर भी हारा होगा,

जब मेंहदी वाली हाथो ने मंगलसूत्र उतारा होगा।


जब भर्ती हुआ फौज मे उसी दिन दो कफ़न खरीद लिये थे,

एक खुशियों को ओढ़कर दूसरा घरवालो को दे आये थे।


Army lover shayari



जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं,

कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं।


सर झुका कर दिल थाम कर करें 

उन वीर जवानों को याद 

जिनसे है देश का ग़ौरव आबाद।


अगर जो पूरी रात जागते है 

जरूरी नहीं वो सिर्फ़ आशिक ही हो 

वो देश पर मर मिटने वाला जवान भी 

हो सकता है। 



अरे इश्क़ तो करता है हर कोई 

और महबूब पे मरता है तो हर कोई 

कभी वतन को महबूब बना कर देखो 

तुझ पर मरेगा हर कोई। 



अरे कौन कहता पहली नज़र में 

इश्क़ नहीं होता 

वतन से किया था आज तक वफ़ा 

निभा रहा हूँ।



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